ब्रिटेन की राजनीति में भारतीय मूल के लोगों का दबदबा

ब्रिटेन की राजनीति में भारतीय मूल के लोगों का दबदबा

लंदन। ब्रिटेन के आम चुनाव में भारतीय मूल के लगभग 26 सांसद वहां की संसद के निचले सदन 'हाउस ऑफ कॉमन्स' के लिए चुने गए हैं। यह जानकारी शुक्रवार को घोषित परिणामों के अनुसार है। निवर्तमान प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने यॉर्कशायर में रिचमंड और नॉर्थलेर्टन निर्वाचन क्षेत्र में निर्णायक जीत के साथ ब्रिटिश भारतीयों की जीत का नेतृत्व किया है। यह टोरी नेता के लिए थोड़ी राहत की बात होगी, जिन्होंने लेबर पार्टी की शानदार जीत के दौरान अपनी पार्टी को 200 से अधिक सीटों पर हारते देखा है। सुनक ने एक संदेश में कहा, "इस मुश्किल समय में मैं रिचमंड और नॉर्थलेर्टन निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के प्रति अपना आभार व्यक्त करना चाहता हूं जिन्होंने मुझे लगातार समर्थन दिया है। एक दशक पहले जब मैं यहां आया था तब से आपने मुझे और मेरे परिवार को घर जैसा महसूस कराया है और मैं आने वाले वर्षों में आपकी सेवा करने के लिए उत्सुक हूं।" अपनी सीट फिर से जीतने वाले अन्य प्रमुख ब्रिटिश भारतीय टोरी नेताओं में पूर्व गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन और प्रीति पटेल शामिल हैं। गगन महिंद्रा ने कंजर्वेटिव पार्टी के लिए अपनी साउथ वेस्ट हर्टफोर्डशायर सीट पर जीत हासिल की। वहीं शिवानी राजा ने लीसेस्टर ईस्ट निर्वाचन क्षेत्र में विजय प्राप्त की। वह यहां से भारतीय मूल के लेबर उम्मीदवार राजेश अग्रवाल के खिलाफ चुनाव मैदान में थीं। चुनाव परिणामों से पता चलता है कि लेबर पार्टी में सबसे अधिक संख्या में भारतीय प्रवासी उम्मीदवार विजयी हुए हैं। वरिष्ठ पार्टी नेता सीमा मल्होत्रा अपने फेलथम और हेस्टन निर्वाचन क्षेत्रों में बड़े अंतर से जीत गई हैं। पूर्व सांसद कीथ वाज की बहन और गोवा मूल की वालेरी वाज वाल्सॉल और ब्लॉक्सविच में विजयी हुई हैं। लीजा नंदी को विगान में सफलता मिली है। लिबरल डेमोक्रेट्स ने 60 से अधिक सीट हासिल करके सभी क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया। इनमें भारतीय मूल की मुनीरा विल्सन को ट्विकेनहैम निर्वाचन क्षेत्र से फिर से जीत हासिल हुई है। 

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