छत्तीसगढ़-रायगढ़ में अधेड़ की हत्या कर शव मांड नदी में फेंका, जमीनी विवाद में चचेरे भाईयों पर संदेह

छत्तीसगढ़-रायगढ़ में अधेड़ की हत्या कर शव मांड नदी में फेंका, जमीनी विवाद में चचेरे भाईयों पर संदेह

रायगढ़.

छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में शुक्रवार की दोपहर नदी में तैरती हुई लाश मिलने से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजते हुए मामले को जांच में ले लिया है। प्रथम दृष्टया मामला हत्या का प्रतीत हो रहा है। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सिसरिंगा पोलाईआट निवासी बलराम राठिया 48 साल का शव शुक्रवार की दोपहर मांड नदी से मिलने से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई जिसके बाद देखते ही देखते मौके पर लोगों की भारी भीड़ जुट गई।

नदी में अधेड ग्रामीण की शव मिलने की जानकारी मिलते ही तत्काल धरमजयगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिये अस्पताल भेजते हुए आसपास के ग्रामीणों एवं परिजनों से पूछताछ कर रही है।

चचेरे भाईयों पर हत्या का संदेह
बताया जा रहा है कि मृतक बलराम राठिया का अपने चचेरे भाई कार्तिक राठिया और दशरथ राठिया के साथ जमीन संबंधी विवाद चला आ रहा है। बलराम राठिया किसी जमीन को अपने नाम करने की बात कह रहा था संभवतः इसी वजह से दोनों भाईयों ने मिलकर बलराम की हत्या कर शव नदी में फेंक दिया होगा।

रात में फेका शव
पुलिस के अनुसार आरोपियों के द्वारा रात में डंडे से पीट-पीटकर बलराम राठिया की हत्या कर साक्ष्य छुपाने के इरादे से मृतक के शव को नदी में फेंका गया था। मृतक के सिर के अलावा शरीर के अन्य हिस्सों में चोट के निशान मिले हैं।

दोनों संदेही पुलिस हिरासत में
इस संबंध में धरमजयगढ़ थाना प्रभारी कमला पुसाम ने बताया कि शुक्रवार को मांड नदी में लाश मिलने की सूचना मिली। इस मामले में परिजनों से पूछताछ के बाद दो संदेहियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

ट्रैक्टर में लोड कर नदी में फेंका था शव
आरोपियों के द्वारा बलराम की हत्या करने के बाद दोनों आरोपी मृतक को बाइक में घसीटते हुए लेकर जा रहे थे। परंतु बाइक पर नहीं ले पाने के बाद उन्होंने टैक्टर के पीछे नागर के बोरे से शव को बांधकर लेकर गए और नदी में फेंक दिया।

सात किलोमीटर दूर बह कर आया शव
आरोपियों के द्वारा हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद शव को खम्हार में स्थित मांड नदी के पुल पर लेकर गए और वहां से उन्होंने पुल से शव को नीचे नदी में फेंक दिया था। जहां शव बहते हुए तकरीबन सात किलोमीटर दूर पहुंच चुका था। जहां से पुलिस ने मृतक के शव को बरामद किया है।

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