छत्तीसगढ़-कांकेर में तीन महिला नक्सलियों का आत्मसमर्पण, पांच और एक-एक लाख का था इनाम

छत्तीसगढ़-कांकेर में तीन महिला नक्सलियों का आत्मसमर्पण, पांच और एक-एक लाख का था इनाम

कांकेर.

कांकेर पुलिस को नक्सल मोर्चे में एक बड़ी कामयाबी मिली है। कांकेर में इनामी तीन महिला नक्सलियों ने पुलिस के सामने हथियार डाल दिए हैं। नक्सली गडचिरोली डिवीज़न के तहत गट्टा लोकल स्कॉड ऑर्गेनाजेशन एरिया कमेटी सदस्य (डिप्टी कमांडर) और दूसरी टेलर टीम सदस्य के रूप में सक्रिय थी। तीसरी नक्सली मेढ़की एलओएस सदस्य थी।

शासन की पुनर्वास नीति और अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार नवीन सुरक्षा कैंप स्थापित कर पुलिस एवं सीमा सुरक्षा बल के बढ़ते प्रभाव से नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे है। आत्मसमर्पित एक नक्सली पर पांच लाख और दो नक्सलियों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित है। एडिशनल एसपी प्रशांत शुक्ला ने बताया कि कांकेर जिला पुलिस और सीमा सुरक्षा बल द्वारा नक्सलियों के विरुद्ध लगातार चलाये जा रहे हैं जिसके तहत तीन महिला नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. नक्सली संगठन अंतर्गत गढ़चिरोली डिवीज़न के भामरागढ़ एरिया कमेटी के गट्टा एलओएस में एरिया कमेटी सदस्य (डिप्टी कमांडर) मोती पोयाम उर्फ़ यमला पिता मंगलू पोयाम उम्र 25 वर्ष, ग्राम – बरदेला, थाना – जांगला, जिला – बीजापुर (छ.ग) की रहने वाली है। दूसरी गडचिरोली डिवीजन अंतर्गत टेलर टीम सदस्य संचिला मंडावी पिता सोम्बारू मंडावी उम्र 21 वर्ष, ग्राम –उसपर, थाना- भैरमगढ़,  जिला – बीजापुर (छ.ग.) की रहने वाली है जो नक्सली संगठन वर्ष 2015 और 2020 से सक्रिय होकर काम कर रही थी।

तीसरी लखमी पददा पिता मंगलू पददा (काकनार एल ओ एस कमांडर ) उम्र 20 वर्ष, पता – ग्राम – डोमांज, पोस्ट- कोहकमेटा, थाना – ओरछा, जिला- नारायणपुर, (छ.ग.) जो नक्सली संगठन में 2019 में पार्टी सदस्य के रुप में सक्रिय थी। तीनो पर छ.ग. शासन की “पुनर्वास नीति” के तहत कुल 07 लाख रूपये का इनाम घोषित था|

लाखों रुपये का इनाम था घोषित

आत्मसमर्पित नक्सलियों में मोती पोयाम उर्फ़ यमला (25 वर्ष), संचिला मंडावी (21 वर्ष) और लख्मी पददा (20 वर्ष) हैं. बता दें कि मोती पोयाम पर 5 लाख, संचिला मंडावी और लख्मी पददा पर 1-1 लाख रुपये की इनामी राशि घोषित था. 

5 लाख की इनामी महिला नक्सली मोती पोयाम ने किया आत्मसमर्पण

आत्मसमर्पित नक्सली मोती पोयाम उर्फ यमला जून 2016 में अल्दंडी (महाराष्ट्र) में हुए सुरक्षा बल के साथ एक एनकाउन्टर में शामिल थी, जिसमें 2 नक्सली घायल हुए थे. इसके बाद मई 2017 में दरभा (भामरागढ़ एरिया ) फायरिंग घटना और करकावाड़ा फायरिंग घटना में शामिल रही. उन्होंने साल 2015 में माओवादी संगठन भामरागढ़ एलओएस सदस्य के रूप में शामिल हुई थी. इसके बाद 2023 में भामरागढ़ एरिया कमेटी में एरिया कमेटी सदस्य और फिर डिप्टी कमांडर रहीं. बता दें कि मोती पोयाम पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित था. 

सरेंडर नक्सली इन घटनाओं में थे शामिल

वहीं आत्मसमर्पित नक्सली संचिला मंडावी बीजापुर के उसपरी के रहने वाली है. इस पर भी 1 लाख रुपये का इनाम घोषित था. संचिला साल 2020 में माओवादी संगठन में शामिल हुई थी. इसके बाद 2021 में इंद्रावती नेशनल पार्क एरिया और काकुर जंगल एरिया (बालखेरा ) में टेलर टीम सदस्य के तौर पर काम किया. नक्सली मंडावी 2022 में काकुर जंगल एरिया में माओवादी ग्रुप के साथ सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में शामिल थी.

आत्मसमर्पित नक्सली लखमी पद्दा नारायणपुर के डोमांज की रहने वाली है. लखमी पद्दा 2019 में नक्सल संगठन में शामिल हुई थी. फिलहाल वो मेढ़की एल ओ एस सदस्य के रूप में कार्यरत थी. 

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