मथुरा के इस मंदिर में स्थित हैं चार युगों के अलग-अलग शिवलिंग, कलयुग का है चौंकाने वाला रहस्य

मथुरा के इस मंदिर में स्थित हैं चार युगों के अलग-अलग शिवलिंग, कलयुग का है चौंकाने वाला रहस्य

कान्हा की नगरी में एक ऐसा शिवालय है, जिसमें चार शिवलिंग स्थापित हैं. सभी शिवलिंगों की अपनी ही अलग मान्यता है. मंदिर में स्थापित शिवलिंग चार युगों की याद को संजोए हुए हैं. कोई भक्त अगर सच्चे मन से 40 दिन विधि विधान से पूजा करता है, तो उसकी सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती है. भगवान शिव अपने भक्त को कर्ज से भी मुक्ति दिलाते हैं.

योगीराज श्रीकृष्ण की नगरी सावन के महीने में शिव के जयकारों से गूंज रही है. कान्हा की नगरी मथुरा में एक ऐसा शिव मंदिर है, जो चार युगों की याद को ताज़ा करता है. ये मंदिर उन चार युगों की याद ही नहीं, बल्कि अपने अंदर सभी युग का रहस्य भी समाहित किए हुए है. ये अनोखा शिवालय मथुरा के महाविद्या कॉलोनी स्थित माता महाविद्या के प्रांगण में बना है. इस शिवालय की खासियत ये है कि इसमें चार शिवलिंग स्थापित हैं.

चार युगों की याद दिलाते हैं ये चार शिवलिंग
शिव मंदिर के महंत राधा बल्लभ चतुर्वेदी ने शिव मंदिर की मान्यता बताते हुए कहा कि चार युगों के चार महादेव मंदिर में विराजमान हैं. ये सभी शिवलिंग चार युगों की याद दिलाते हैं. सबसे छोटा शिवलिंग सतयुग, उससे बड़ा त्रेता युग, त्रेता से बड़ा द्वापर युग और अब जो चल रहा है कलयुग है. सबसे बड़ा शिवलिंग कलयुग का है. सभी शिवलिंग की अपनी ही मान्यता है. ये चतुर्भुज महादेव के नाम से मंदिर जाना जाता है. सिद्ध पीठ है. माता सती के जहां-जहां अंग गिरे, वहां-वहां सिद्धपीठ बन गए. पुजारी ने बताया कि जैसे गिर्राज जी हर दिन तिल-तिल घट रहें हैं, वैसे ही कल युग बढ़ रहा है. कलयुग का शिवलिंग बढ़ रहा है. बाकी तीन शिवलिंग हर दिन तिल के सामन घट रहे हैं.

40 दिन मंदिर में कर्ज से मिल सकती है मुक्ति
चतुर्भुज शिव मंदिर के सेवायत पुजारी ने कहा कि अगर किसी व्यक्ति पर कर्ज हो. कर्ज से दबा हुआ व्यक्ति 40 दिन भगवान शिव की आराधना करता है. तो वह कर्ज से मुक्त हो जाता है. उन्होंने कहा कि पूजा भी नियम से करनी होगी. जिस समय पूजा की गई हो उसी समय चालीस दिन तक पूजा करें. ऐसा करने से हर तरह के कर्ज से भगवान भोले छुटकारा दिलाते हैं.
 

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