राखी में धार्मिकता का अनोखा संगम, भाई की कलाई पर सजाएं इस बार खाटूश्यामजी का प्यार

राखी में धार्मिकता का अनोखा संगम, भाई की कलाई पर सजाएं इस बार खाटूश्यामजी का प्यार

श्रावण महीने में एक ओर जहां शिवालयों में धार्मिक कार्यक्रमों की धूम मची है. वहीं, बाजार राखियों की दुकानों से गुलजार हो रहे हैं. रक्षाबंधन का पर्व इस बार 19 अगस्त को मनाया जाएगा. खास बात यह है कि इस बार खाटूश्यामजी और राधे-कृष्ण की राखियों की बिक्री का क्रेज अधिक है. इसके साथ ही दिल्ली और कोलकाता की राखियों की भी डिमांड अधिक है.

जयपुर में बड़ी चौपड़ हुए आसपास के क्षेत्र में दुकानों पर 100 से 200 प्रकार की विविध बेहतर लुकिंग की राखियां होलसेल पर मिल रही है. राखी विक्रेता रोहित अवस्थी ने बताया कि बाजार में 1 से लेकर 500 रुपए तक की राखियां उपलब्ध हैं. इस बार राखियों में धार्मिकता का असर है. भगवान शिवजी, गणेशजी, राधे-कृष्ण की राखियां विविध डिजाइन में उपलब्ध हैं. सबसे अधिक डिमांड खाटूश्यामजी की डिजाइन वाली राखियों की है. जो 50 रुपए से लेकर 400 रुपए तक की बेची जा रही हैं. बच्चों के लिए कार्टून वाली राखियां भी बाजार में है, जिनमें राखी के साथ खिलौने बंधे हुए है.

डाकघरों में वाटरप्रूफ लिफाफे
दूर-दराज क्षेत्रों में रहने वाले भाइयों को डाक से राखियां भेजना शुरू हो गया है. डाकघर में पहली बार विशेष प्रकार के बॉक्स में राखियां भेजी जा रही हैं. डाक विभाग के अनुसार राखी का लिफाफा छोटा 10 रुपए, बड़ा 15 रुपए, विशेष बॉक्स 30 रुपए में उपलब्ध है. राखी लिफाफे व राखी बॉक्स के अतिरिक्त डाक शुल्क के रूप में साधारण डाक शुल्क प्रति 20 ग्राम मात्र 5 रुपए, रजिस्ट्री शुल्क 21 रुपए व अतिरिक्त शुल्क देकर स्पीड पोस्ट व पार्सल भी करवाई जा सकती है. पार्सल शुल्क प्रति 500 ग्राम तक मात्र 19 रुपए हैं.
बाजार में इन राखियों का है क्रेज…
भगवान स्वरूप में राखियां, महिलाएं चूड़े में घड़ी टाइप में चूड़े, चंदन बूटी, स्टोन पैटर्न, भैया-भाभी जोड़ी, कड़े टाइप व चूड़े, जैसी राखियां, बच्चों के लिए कार्टून घड़ी, लाइट गुड्डे म्यूजिक राखी और ब्रेसलेट, घड़ी वाली राखी आदि का क्रेज है.

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