किशोरी के यौन शोषण और अपहरण के 72 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ नहीं लगा कोई सुराग 

किशोरी के यौन शोषण और अपहरण के 72 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ नहीं लगा कोई सुराग 

बिहार में पूर्णिया जिले में 14 वर्षीय नाबालिग का एक अधेड़ महीनों यौन शोषण करता रहा। बालिका जब गर्भवती हो गई तो दुष्कर्म का प्रमाण मिटाने के लिए उसने पीड़िता के साथ उसके पिता का भी अपहरण कर लिया। अपहरण पीड़िता का गर्भपात कराने के लिए किया गया है।

घटना 19 अगस्त की है और इस संबंध में 20 अगस्त को पीड़िता की मां ने बायसी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है, लेकिन 72 घंटे के बाद भी पुलिस पीड़िता व उसके पिता का कोई पता नहीं लगा पाई है। पुलिस का कहना है कि दोनों की बरामदगी के लिए आवश्यक पहल की जा रही है और जल्द ही दोनों का पता लगा लिया जाएगा। प्राथमिकी के अनुसार, आरोपित दबंग किस्म का व्यक्ति है।

बच्ची भय से स्वजन को भी कुछ नहीं बता पा रही

पीड़िता की मां ने पुलिस को बताया है कि अप्रैल से ही बच्ची को डरा-घमका कर गुलाम हैदर उर्फ रमजान (50) उनकी बच्ची से दुष्कर्म कर रहा था। बच्ची भय से स्वजन को भी कुछ नहीं बता पा रही थी। शरीर में बदलाव पर जब पीड़िता के गर्भवती होने की बात सामने आई तो उन लोगों ने इसकी जानकारी आरोपित के बड़े भाई अब्दुल कैयूम को दी।

इस पर आरोपित पक्ष ने गर्भपात करा मामला रफा-दफा करने का दबाव बनाया। इस एवज में शादी में कुछ मदद कर देने का भी प्रलोभन दिया गया। इससे इनकार करने पर नाबालिग और उसके पिता को अगवा कर ले गए।

अगवा कर कक्षा नौ की छात्रा से दुष्कर्म

बिहार में शिवहर जिले में कक्षा नौ की छात्रा को दो बाइक पर सवार चार युवकों ने अगवा कर लिया। इसके बाद एक झोपड़ी में ले जाकर एक युवक ने उससे दुष्कर्म किया। किशोरी की आवाज सुन मौके पर ग्रामीण पहुंचे तो झोपड़ी के बाहर खड़े तीन युवक फरार हो गए। वहीं, मुख्य आरोपित पप्पू कुमार को पकड़ उसकी पिटाई कर झोपड़ी में बंद कर दिया और उसकी बाइक कब्जे में ले ली। इसकी सूचना पुलिस को दी गई।

हालांकि पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपित फरार हो गया। पुलिस ने उसकी बाइक जब्त कर ली है। बता दें कि बुधवार देर शाम छात्रा बाजार से घर लौट रही थी। उसी समय पप्पू कुमार और उसके मित्र मो. असलम के अलावा दो अज्ञात युवकों ने उसे अगवा कर लिया। इधर, दुष्कर्म की वारदात के बावजूद पुलिस मामले में टाल-मटोल करती रही।

देर शाम तक प्राथमिकी भी नहीं दर्ज की गई

गुरुवार को पूरे दिन पीड़िता व उसकी मां प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए थाने में बैठी रहीं। इसके बावजूद न तो प्राथमिकी दर्ज की गई और न ही पीड़िता का मेडिकल कराया गया। देर शाम तक प्राथमिकी भी नहीं दर्ज की गई। तरियानी के सर्किल इंस्पेक्टर रणधीर कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस जांच कर रही है। प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है।

बिहार में शराब पीकर छात्राओं से दुव्यर्वहार, प्रभारी प्राचार्य निलंबित

बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में जीएनएम (जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी) प्रशिक्षण संस्थान, बेतिया की छात्राओं से दु‌र्व्यवहार, कार्यालय में शराब पीने व छात्रावास की छत पर छात्रों से मसाज कराने के गंभीर आरोप में गुरुवार को प्रभारी प्राचार्य मनीष कुमार जायसवाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। प्राचार्य को नगर थाने की पुलिस थाने ले गई और पूछताछ की। यह कार्रवाई तब हुई, जब बीते तीन माह से परेशान छात्राएं पैदल मार्च करते हुए गुरुवार को कलेक्ट्रेट (समाहरणालय) पहुंचीं।

रिपोर्ट के बावजूद नहीं हुई कार्रवाई

बता दें कि प्रभारी प्राचार्य को हटाने के लिए छात्राओं ने मुख्यमंत्री व कई अधिकारियों से पत्राचार किया था। छह मई को निदेशक प्रमुख (नर्सिंग) डा. सुनील कुमार झा से शिकायत की गई थी। उनके निर्देश पर तत्कालीन सीएस डा. श्रीकांत दुबे ने जांच कर रिपोर्ट भेजी थी। जिसमें सभी आरोपों को सत्य बताया था। साक्ष्य के रूप में तस्वीर भी दी थी। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई।

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