महाराष्ट्र में बैकफुट पर ठाकरे….सीएम चेहरे पर कांग्रेस और राकांपा की बात मानी

महाराष्ट्र में बैकफुट पर ठाकरे….सीएम चेहरे पर कांग्रेस और राकांपा की बात मानी

मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों को लेकर सियासी हलचल जबरदस्त तरीके से तेज हैं। हालांकि, महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के मुख्यमंत्री पद के दावेदार को लेकर खींचतान जारी है, लेकिन एमवीए का दावा है कि तीनों दल भाजपा और शिंदे गुट को हराने के लिए मिलकर चुनाव लड़ने को तैयार है। वहीं, शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा कि आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में जीत का दावा किया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री पद को लेकर उन्होंने कहा कि बातचीत बाद में हो सकती है।
राउत ने कहा कि हम सभी का पहला मकसद भ्रष्ट महायुति के नेतृत्व वाली सरकार को हटाना है। उन्होंने कहा कि पवार साहब 100 प्रतिशत सही हैं। यह तीन दलों की सरकार है, लेकिन महाराष्ट्र में एमवीए को बहुमत मिल रहा है। हमारा पहला काम मौजूदा सरकार को उखाड़ फेंकना है। बाद में किसी भी समय सीएम पद के बारे में बात कर सकते हैं। उनकी टिप्पणियों से संकेत मिलता है कि उनकी पार्टी ने इस बात पर अपना रुख नरम कर लिया है कि राज्य में अगली सरकार का नेतृत्व कौन करेगा।
पिछले महीने, उद्धव ठाकरे ने सहयोगी दलों-कांग्रेस और राकांपा (सपा) से मुख्यमंत्री पद का चेहरा तय करने के लिए कहा था, और राज्य में शीर्ष पद के लिए उम्मीदवार को अपना समर्थन देने की कसम खाई थी। छत्रपति संभाजीनगर में मौजूद सेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि सीएम पद को लेकर एमवीए सहयोगियों के बीच कोई झगड़ा नहीं है। इसके पहले कोल्हापुर में पवार ने कहा कि मुख्यमंत्री कौन होगा इसका फैसला चुनाव नतीजे आने के बाद किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि एमवीए के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का फैसला इस आधार पर किया जाएगा कि कौन सी पार्टी सबसे अधिक विधानसभा सीटें जीतती है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नवंबर में होने की संभावना है।

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