स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में दरार की अफवाह: गुजरात पुलिस ने दर्ज किया केस, जांच शुरू

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में दरार की अफवाह: गुजरात पुलिस ने दर्ज किया केस, जांच शुरू

महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज का स्टैच्यू गिरने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट सामने आई थी। इसमें दावा किया गया था कि गुजरात के नर्मदा जिले के केवडिया में स्थिति स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में दरारें पड़ गई है। यह स्टैच्यू कभी भी गिर सकता है। सोशल मीडिया पर पोस्ट काफी ज्यादा वायरल हो गई थी। इस हैंडल से कुछ तस्वीरें भी साझा की गई थीं। गुजरात पुलिस ने इस मामले में एक्शन लेते हुए स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर दरारों का सुझाव देने वाली भ्रामक पोस्ट करने वाले के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

FIR के बाद पोस्ट डिलीट

पुलिस के एफआईआर दर्ज करने के बाद यूजर्स ने एक्स पोस्ट को डिलीट कर दिया है। सामने आया है कि कि एक्स के पोसट में जो तस्वीरें रखी गई थीं। वे 2018 में इसके निर्माण के दौरान की थीं। एक्स पोस्ट वायरल होने के बाद अधिकारियों ने पुष्टि की कि मूर्ति सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि आगंतुक एकता नगर आएं और दुनिया की सबसे ऊंचे स्टैच्यू का दीदार करें। एक्स पर यह पोस्ट 8 सितंबर को 'रागा4इंडिया' हैंडल से की गई थी। इसके बाद नर्मदा में डिप्टी कलेक्टर ने शिकायत दर्ज कराई थी। 26,000 से अधिक फॉलोअर्स वाले एक्स यूजर ने 182 मीटर ऊंची एसओयू की तस्वीरें पोस्ट कीं, जिसमें मूर्ति के पैरों की एक क्लोज-अप तस्वीर भी शामिल थी, इसमें दिख रही दरारों के आधार पर दावा किया था कि मूर्ति गिर सकती है।

यूजर ने क्या किया था दावा?

एक्स की इस पोस्ट में हिंदी में लिखा कि कभी भी गिर सकती है। दरार पड़ना शुरू हो गई। फोटो को हजारों लोगों ने देखा था। काफी यूजर ने पोस्ट के रिप्लाई सेक्शन में लिखा था कि फोटो पुरानी लग रही है। हैंडल के बायो में कांग्रेसी और 'रागा आर्मी' के साथ डिस्प्ले राहुल गांधी की फोटो थी। कुछ घंटों के बाद हैंडल ने एक और अपडेट पोस्ट किया। इसमें कहा था कि मैंने पुष्टि की है। यह छवि निर्माण के समय की बताई जा रही है। सोमवार को एकतानगर पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 353 (1) के तहत स्टैच्यू ऑफ यूनिटी एरिया डेवलपमेंट एंड टूरिज्म गवर्नेंस अथॉरिटी के यूनिट-1 के डिप्टी कलेक्टर अभिषेक सिन्हा ने मामला दर्ज कराया था।

पूरी तरह से सुरक्षित है SOU

डिप्टी कलेक्टर अभिषेक सिन्हा ने कहा कि जनता में भय या चिंता पैदा करने के लिए कोई भी बयान, झूठी सूचना, अफवाह या रिपोर्ट बनाने, प्रकाशित करने या प्रसारित करने के बारे में प्राथमिकी दर्ज कराई है। सिन्हा ने कहा कि हमने एक तकनीकी रिपोर्ट मांगी और यह पता चला कि तस्वीरें 2018 की थीं जब मूर्ति का निर्माण चल रहा था। यह शरारती व्यवहार और सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने वाला था। इसलिए शिकायत दर्ज की गई उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि एसओयू बहुत सुरक्षित है और लोगों से एकतानगर आने का आग्रह किया। एसओयू का उद्घाटन 2018 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।

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