अमिताभ जीतने के हो गए थे आदी, छोटी असफलता उन पर गहरा प्रभाव डालती थी

अमिताभ जीतने के हो गए थे आदी, छोटी असफलता उन पर गहरा प्रभाव डालती थी

मुंबई। सलीम खान, सलीम-जावेद की प्रसिद्ध पटकथा लेखन जोड़ी के अनुभवी लेखक, ने हाल ही में बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन के जीवन के कठिन दौर पर विचार किया। एक पुराने वीडियो में, सलीम ने बिग बी अमिताभ बच्च्न की असफलताओं के प्रभाव का विश्लेषण करते हुए कहा कि मैं मनोचिकित्सक नहीं हूं, इसलिए मैं यह नहीं बता सकता कि अमिताभ के साथ क्या गलत हुआ। मैं अब उनके बहुत करीब नहीं हूं, लेकिन एक समय था जब मैंने उनके साथ 14-15 फिल्में की थीं। उन्होंने आगे बताया कि कभी-कभी व्यक्ति जीतने का इतना आदी हो जाता है कि हार का सामना करने पर उसे गहरा सदमा लगता है। उदाहरण के लिए, अगर श्रीलंका क्रिकेट मैच जीतता है, तो यह आश्चर्य की बात होती है। वहीं, अगर वेस्टइंडीज हार जाता है, तो यह भी अजीब लगता है। अमिताभ बच्चन जीतने के इतने आदी हो गए थे कि एक छोटी सी असफलता भी उन पर गहरा प्रभाव डालती थी।
यह वीडियो 80 या 90 के दशक की शुरुआत का मालूम होता है, जब अमिताभ बच्चन कठिनाइयों में थे। 1980 के दशक में, भारत में मनोरंजन के क्षेत्र में तकनीकी उन्नति के साथ वीसीआर के आगमन ने हिंदी फिल्म उद्योग में संकट पैदा कर दिया, जिससे  अमिताभ के स्टारडम पर भी असर पड़ा। इसके बाद, वे 1980 के दशक के बीच में बोफोर्स घोटाले में भी उलझ गए, जिसमें कथित रुप तत्कालीन पीएम राजीव गांधी और स्वीडिश सरकार के कई अन्य सदस्य शामिल थे। अमिताभ ने इस मामले में उनको फंसाया जाने का दावा किया।
बोफोर्स विवाद के बाद, बिग बी भारी कर्ज में डूब गए, जब उनके प्रोडक्शन हाउस, अमिताभ बच्चन कॉर्पोरेशन लिमिटेड, को बड़ा घाटा हुआ। 1996 में मिस वर्ल्ड सौंदर्य प्रतियोगिता की विफलता ने उन्हें और ज्यादा आर्थिक संकट में डाल दिया, जिसके कारण उनके ऊपर 100 करोड़ रुपए से ज्यादा का कर्ज हो गया। हालांकि, सालों बाद, उन्होंने क्विज़-आधारित रियलिटी शो कौन बनेगा करोड़पति की सफलता से इन मुश्किलों से बाहर निकलने में सफलता हासिल की। सलीम खान, जो बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान के पिता हैं, इन दिनों ओटीटी डॉक्यूमेंट्री एंग्री यंग मेन में भी नजर आ रहे हैं।

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