जामताड़ा: डिजिटलाइजेशन के इस दौर में जहां पूरी दुनिया डिजिटल होते जा रही है. वहीं दूसरी तरफ साइबर ठग भी हर दिन एक से बढ़कर एक ठगी का नायाब तरीका इख्तियार कर रहे हैं.ओटीपी भेज कर मोबाइल हैक कर ठगी करने की घटना तो आम हो गई है. अब साइबर ठगों ने एक नया तरीका इख्तियार किया. अब आपके मोबाइल पर कोई ओटीपी नहीं जाती है. बिना ओटीपी भेजे ही आपके मोबाइल फोन को हैक कर लिया जाता है और साइबर ठग अपनी चाल में कामयाब हो जाते हैं. साइबर अपराधियों के नए गिरोह लोगों के मोबाइल पर एक ऐप का लिंक भेज रहे हैं. जैसे ही कोई उस ऐप पर क्लिक करता है. उनका मोबाइल फोन हैक कर लिया जाता था. इसी तरह अब तक इन साइबर अपराधियों ने हजारों लोगों से 10 करोड़ रुपए तक की ठगी कर ली है. इस मामले में झारखंड के जामताड़ा जिला की साइबर थाना की पुलिस ने साइबर फ्रॉड करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड समेत कुल 6 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है.
10 करोड़ की ठगी की
गिरफ्तार साइबर ठगों के पास से 14 मोबाइल, 23 सिम कार्ड एक ड्रोन कैमरा एक DSLR कैमरा, दो चार पहिया वाहन और 10 ATM कार्ड समेत करीब एक लाख रुपये नकद बरामद हुए हैं. गिरिडीह जिले के एसपी एहतेशाम वकारीब ने बताया कि साइबर ठगों के गिरोह के सदस्यों ने ओटीपी के बजाय ऐप लिंक का मैसेज भेज कर ठगी की. इन साइबर अपराधियों ने अब तक 10 करोड़ की ठगी की है. पकड़े गए साइबर अपराधियों के पास से जब्त किए गए मोबाइल फोन से करीब 2700 पीड़ितों का अब तक पता चला है.
6 ठगों को किया गिरफ्तार
साइबर अपराध के नए मामले की गंभीरता को देखते हुए झारखंड CID टेक्निकल सपोर्ट टीम ने गृह मंत्रालय और इंडियन साइबर कोऑर्डिनेशन से मदद मांगी, ताकि इस मामले में और कार्रवाई की जा सके. इस मामले में 6 ठगों को गिरफ्तार किया गया. इनमें अजय मंडल, शेख बलाल, मोहम्मद महबूब आलम, सफाउद्दीन अंसारी, आरिफ अंसारी, जैस्मिन अंसारी का नाम सामने आया है. गिरफ्तार साइबर अपराधी जन-कल्याणकारी सरकारी योजनाओं जैसे- पीएम किसान योजना, पीएम फसल बीमा योजना के साथ-साथ कई बैंकों के ऐप डेवलप कर उसे आम लोगों को भेजते थे. जैसे ही कोई लिंक पर क्लिक करता उसका मोबाइल हैक हो जाता था.