नोएडा: दिल्ली के एक डॉक्टर की हत्या ग्रेटर नोएडा वेस्ट की कुलेसरा स्थित संजय विहार कॉलोनी में उनके ही मकान में की गई. उनका शव रविवार को उनके कमरे में खून से लथपथ पाया गया. इस हत्या के बाद से दो किरायेदार एक पुरुष और एक महिला गायब हैं. जिससे पुलिस की जांच का दायरा इन दोनों पर केंद्रित हो गया है.
24 जनवरी को किरायेदारों को दिया था कमरा
डॉक्टर दिनेश गौड़ का शव तब मिला जब उनके बेटे अमन ने उन्हें कॉल किया और फोन बंद आया. अमन को पता चला कि उनके पिता कुलेसरा के मकान पर गए हैं. जब अमन वहां पहुंचे, तो उन्होंने अपने पिता का शव देखा और तुरंत पुलिस को सूचित किया. पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दिनेश गौड़ ने 24 जनवरी को एक पुरुष और महिला किरायेदार को अपने मकान में कमरा किराए पर दिया था. इसके बाद 25 जनवरी को दिनेश कुलेसरा आए थे, लेकिन फिर वापस दिल्ली नहीं लौटे. पुलिस का मानना है कि ये किरायेदार इस हत्या के पीछे हो सकते हैं.
पुलिस कर रही कॉल डिटेल्स की जांच
सेंट्रल नोएडा के एसीपी ने बताया कि मृतक के बेटे की शिकायत पर अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने मामले की जांच के लिए दो टीमें बनाई हैं और किरायेदारों के बारे में जानकारी जुटाने का काम शुरू कर दिया है. पुलिस का मानना है कि दिनेश गौड़ की हत्या का राज उनके मोबाइल फोन में छिपा हो सकता है, जो घटना के बाद गायब है. पुलिस कॉल डिटेल्स की जांच कर रही है, जिससे यह पता चल सके कि दिनेश ने किससे बातचीत की थी.
कमरे का ताला खोलने में बेटे की मदद
जिस कमरे में डॉक्टर का शव मिला, उसके दरवाजे पर बाहर से ताला लगा हुआ था. हालांकि इसकी एक चाबी मृतक के बेटे अमन के पास थी. अमन ने इस चाबी से कमरे का ताला खोलकर शव को बाहर निकाला. एसीपी ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही इस घटना का खुलासा किया जाएगा.