बांका में गणतंत्र दिवस के मौके पर बच्चों को जिलेबी नहीं मिलने पर ग्रामीणों ने हेडमास्टर को बनाया बंधक

बांका में गणतंत्र दिवस के मौके पर बच्चों को जिलेबी नहीं मिलने पर ग्रामीणों ने हेडमास्टर को बनाया बंधक

बांका: गणतंत्र दिवस के मौके पर बच्चों को जिलेबी नहीं मिलने का मामला इस कदर बढ़ गया कि ग्रामीणों ने हेडमास्टर का घेराव कर दिया. इतना ही नहीं ग्रामीणों ने हेडमास्टर से यह सवाल भी दाग दिया कि बच्चों के बीच जिलेबी का वितरण क्यों नहीं किया गया. अब ग्रामीणों के द्वारा किया गया घेराव सुर्खियों में बना हुआ है. सलेमपुर गांव के स्कूल में बीते रविवार को पूरे धूमधाम व उत्साह से गणतंत्र दिवस को मनाया गया. इस दौरान बच्चों के बीच में बांटने के लिए जिलेबी मंगाई गई. लेकिन कहा जा रहा है कि बच्चों की संख्या ज्यादा होने और जिलेबी की मात्रा कम होने के कारण कुछ बच्चों को जिलेबी नहीं मिली. इसी बात को लेकर सोमवार को जब स्कूल खूला तब स्थानीय ग्रामीणों ने स्कूल पहुंचकर हेडमास्टर का घेराव कर दिया.

स्कूल में पढ़ते हैं 552 बच्चे
उन्होंने हेडमास्टर से यह सवाल भी किया कि जब 26 जनवरी को सरकार द्वारा बच्चों को जलेबी देने के लिए आवंटन आता है. तो जिलेबी का वितरण क्यों नहीं किया गया? ग्रामीणों ने यह भी कहा कि स्कूल के हेडमास्टर का सभी के साथ बर्ताव भी खराब रहता है. बताया जा रहा है कि इस विद्यालय में कुल बच्चे 552 हैं. वहीं इस मामले पर जिला पार्षद पूजा कुमारी ने बताया कि मामले की जानकारी मिली थी. उन्होंने वरीय पदाधिकारी से बात भी की. वर्तमान हेडमास्टर का ट्रांसफर किया जाएगा. वहीं स्कूल की शिक्षिका प्रीति कुमारी को प्रभार दिया जाएगा.

कच्ची जिलेबी मिली जांच में
इस पूरे मामले पर शिक्षिका प्रीति ने बताया कि जब गणतंत्र दिवस पर झंडा फहराया गया, तब जिलेबी आई. जिलेबी आने में देरी हो गई थी. उस वक्त तक आधी जिलेबी ही आई थी. इस संबंध में जब हेडमास्टर से बच्चों को जिलेबी देने की बात कही गई. तो उनका कहना था कि पूरी जलेबी आने के बाद सबको दे दिया जाएगा. जब तक जलेबी आई, तब तक सारे बच्चे स्कूल से जा चुके थे. वहीं जब जिलेबी की जांच की गई तो सारी जलेबी कच्ची निकली.

जिलेबी वितरण न होने पर बच्चों का गुस्सा
शिक्षा सेवक ने बताया कि बहुत अच्छे तरीके से स्कूल में 26 जनवरी का प्रोग्राम किया गया. जब पहली बार जिलेबी आई तो बच्चों की संख्या की तुलना में आधी थी. पूरी जलेबी आने के बाद वितरण नहीं किया गया, क्योंकि कच्ची जिलेबी थी और बच्चे भी स्कूल से जा चुके थे. स्कूल की छात्रा ने भी कहा कि कल हम लोग आए थे. झंडा फहरा कर घर चले गए, जलेबी नहीं मिली. इसलिए आज हमारे गांव के लोग हेडमास्टर से बात करने के लिए आए हैं.

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