व्हाइट हाउस में नेतन्याहू और ट्रंप की मुलाकात 4 फरवरी को, इजरायल-अमेरिका संबंधों पर होगी चर्चा

व्हाइट हाउस में नेतन्याहू और ट्रंप की मुलाकात 4 फरवरी को, इजरायल-अमेरिका संबंधों पर होगी चर्चा

वाशिंगटन। इजराइली प्रधानमंत्री के कार्यालय ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 4 फरवरी को व्हाइट हाउस में एक बैठक के लिए आमंत्रित किया है। बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री नेतन्याहू राष्ट्रपति ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के दौरान व्हाइट हाउस में आमंत्रित होने वाले पहले विदेशी नेता हैं।

यात्रा को लेकर पूरा विवरण बाद  में दिया जाएगा
व्हाइट हाउस ने कहा कि ट्रंप ने इजरायली प्रधान मंत्री नेतन्याहू को अगले सप्ताह की शुरुआत में व्हाइट हाउस में मिलने का निमंत्रण दिया। तारीख और समय के बारे में विवरण अंतिम रूप दिए जाने पर दिया जाएगा। यह बैठक छह सप्ताह के नाजुक युद्धविराम के बीच होने वाली है, जिससे गाजा में इजरायल और आतंकवादी समूह हमास के बीच 15 महीने से चल रही लड़ाई पर अस्थायी विराम लग गया है।

ट्रंप ने मिस्र को लेकर कही ये बात
ट्रंप ने सोमवार को यह भी कहा कि वह चाहते हैं कि मिस्र गाजा से फलस्तीनियों को ले जाए। ट्रंप ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी के बारे में कहा कि मैं चाहता हूं कि वह कुछ हमारे लिए करें। हम उनकी बहुत मदद करते हैं और मुझे यकीन है कि वह हमारी मदद कर सकते हैं। 7 अक्टूबर, 2023 के हमास के हमले के बाद इजरायल की सैन्य प्रतिक्रिया से अधिकांश आबादी विस्थापित हो गई है।

ट्रंप ने गाजा में फलस्तीनियों के बारे में कहा कि मैं उन्हें ऐसे क्षेत्र में रखना चाहता हूं जहां वे बिना किसी व्यवधान, क्रांति और हिंसा के रह सकें। ट्रंप की टिप्पणियां तब आई हैं जब उन्होंने सप्ताहांत में यह विचार रखा था कि मिस्र और जॉर्डन, जो दक्षिण और पूर्व में इजरायल और कब्जे वाले फलस्तीनी क्षेत्रों की सीमा बनाते हैं, उनको गाजा से फलस्तीनियों को लेना चाहिए क्योंकि वहां लगभग सब कुछ ध्वस्त हो गया है और लोग मर रहे हैं।

सीरिया में पीछे नहीं हटेगी इजरायल की सेना
सीरिया में बशर अल-असद के पतन के बाद दक्षिणी सीरिया में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र पर कब्जा करने वाली इजरायल की सेना माउंट हरमोन पर अनिश्चित काल तक तैनात रहेगी। इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने मंगलवार को इस इलाके के दौरे के बाद यह बात कही।

काट्स ने कहा कि इजरायल शत्रुतापूर्ण ताकतों को दक्षिणी सीरिया में स्थापित होने की अनुमति नहीं देगा। सीरिया-लेबनान सीमा पर माउंट हरमोन स्थित है, जो रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। इजरायल का गोलान हाइट्स पर भी कब्जा है, जिसे 1967 के पश्चिम एशियाई युद्ध में सीरिया से कब्जा कर लिया था।

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