महाराष्ट्र सरकार ने मंगलवार (28 जनवरी) को एक महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए दक्षिण मुंबई को नवी मुंबई से जोड़ने वाले भारत के सबसे लंबे समुद्री पुल अटल सेतु पर टोल दर को अगले एक साल तक बढ़ाने पर रोक लगाने की घोषणा की है. राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया कि अटल बिहारी वाजपेयी शिवड़ी-न्हावा शेवा अटल सेतु के टोल टैक्स को 250 रुपये की दर पर एक और साल तक जारी रखा जाएगा. मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि कैबिनेट की बैठक में अटल सेतु की टोल दरों की सालाना समीक्षा करने और 31 दिसंबर 2025 तक समान रियायती टोल दरों को जारी रखने का फैसला लिया गया. इस नए फैसले के कारण कार और एसयूवी जैसे चार पहिया वाहनों के लिए न्यूनतम टोल टैक्स 250 रुपये ही रहेगी.
पिछले साल पीएम मोदी ने किया था उद्घाटन
बता दें कि अटल सेतु की कुल लंबाई 21.8 किलोमीटर है. इसका 16.5 किलोमीटर का भाग समुद्र और 5.5 किलोमीटर का भाग जमीन पर है. 6 लेन वाले इस ब्रिज का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साल पहले 12 जनवरी 2024 को उद्घाटन किया था. यह पुल महाराष्ट्र में एक प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजना के पूरा होने का प्रतीक है.
21,200 करोड़ रुपये की लागत से बना पुल
पुल दक्षिण मुंबई के सेवरी से शुरू होता है और एलीफेंटा द्वीप के उत्तर में ठाणे क्रीक को पार करता है और न्हावा शेवा के पास चिर्ले गांव में समाप्त होता है. इस पुल को 21,200 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है, जिसमें से 15,000 करोड़ रुपये कर्ज के रूप में हैं. गौरतलब है कि हाल ही में अटल सेतु पुल के जरिए मुंबई और नवी मुंबई के बीच यात्रा करना काफी किफायती हो गया है, क्योंकि नवी मुंबई नगर परिवहन (एनएमएमटी) ने किराए में 50% से ज्यादा की कटौती की है.
अटल सेतु ने दक्षिण मुंबई और नवी मुंबई के बीच यात्रा समय में सुधार किया
यह पुल क्षेत्र में यात्रा समय को कम करने और कनेक्टिविटी में सुधार लाने में एक अहम भूमिका निभाता है. पिछले साल जनवरी से अगस्त तक लगभग 50 लाख वाहन इस पुल से गुजरे. इनमें बसें, निजी कारें और व्यावसायिक वाहन शामिल हैं. इस पुल ने पूरे क्षेत्र खासकर दक्षिण मुंबई और तेजी से विकसित हो रहे नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा को नई कनेक्टीविटी दी है.