प्रयागराज कुंभ में बस संचालकों का मनमाना किराया, श्रद्धालुओं को हो रही परेशानी

प्रयागराज कुंभ में बस संचालकों का मनमाना किराया, श्रद्धालुओं को हो रही परेशानी

महाकुंभ मेले में पुण्य स्नान करने के लिए रायपुर से रोजाना हजारों श्रद्धालु ट्रेन और बस से प्रयागराज जा रहे हैं। ट्रेन में कंफर्म बर्थ नहीं मिलने से यात्री बस से सफर कर रहे हैं। इसका फायदा उठाकर बस संचालक मनमाना किराया वसूलने से नहीं चूक रहे हैं। परिवहन विभाग तक इसकी शिकायत लगातार पहुंच रही है, लेकिन अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। लिहाजा, बस संचालक बेखौफ होकर अपने कर्मचारियों से अवैध उगाही करवाने से बाज नहीं आ रहे हैं।

भाठागांव बस टर्मिनल में इसकी पड़ताल की, तो पाया कि जब से महाकुंभ शुरू हुआ है, तब से रायपुर से प्रयागराज जाने वाली दो बसों के आपरेटर दो से ढाई गुना किराया यात्रियों से वसूल रहे हैं। ढाई गुना तक बढ़ा दिया किराया कुंभ से पहले आम दिनों में स्लीपर कोच का किराया 1,800 से 2,000 रुपये था। उसे बढ़ाकर 3,000 से 3500 रुपये तक कर दिया है। हालांकि, पिछले दिनों गंगा किनारे हुई भगदड़ की घटना के बाद प्रयागराज जाने वाली बसों के किराये में गिरावट भी आ गई है।

भाठागांव बस टर्मिनल से इन दिनों गिनी-चुनी यात्री बसें ही प्रयागराज जा रही हैं। इनमें राम दूत और मनीष ट्रैवल की यात्री बस के साथ अन्य बसें शामिल हैं। इन ट्रैवल कंपनियों की स्लीपर बसे अयोध्या तक चल रही हैं, लेकिन महाकुंभ के शुरुआत से ही श्रद्वालुओं से मनमाना किराया वसूलना शुरू कर दिया है, जबकि डीजल की कीमत पिछले एक वर्ष से यथावत है, बढ़ी नहीं है।

प्रयागराज जाने वाले अजय सिंह, विक्रम चौहान, राहुल कुमार, सत्येंद्र तिवारी आदि ने बताया कि ट्रेनों में कंफर्म सीट नहीं मिलने के कारण मजबूरी में बस में सफर करना पड़ा। यहां तो बस वालों ने लूट मचा रखी है। एक-एक यात्रियों से करीब 3,000 से 3,500 रुपये किराया लिया जा रहा है। इससे यात्रियों में आक्रोश है। शिकायत करने के बाद भी न तो यातायात पुलिस न ही परिवहन विभाग की टीम कार्रवाई कर रही है।

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