भारत के एक ही झटके में मालदीव की अक्ल आ गई ठिकाने, विदेश मंत्री बोले- मैं खुद स्वागत…

भारत के एक ही झटके में मालदीव की अक्ल आ गई ठिकाने, विदेश मंत्री बोले- मैं खुद स्वागत…

मोहम्मद मुइज्जू के मालदीव का राष्ट्रपति बनने के बाद से नई दिल्ली और माले के बीच संबंध खराब होने लगे।

चुनाव के दौरान इंडिया आउट का नारा देने वाले मुइज्जू चीन की गोद में बैठ गए। दोनों देशों के बीच जारी गतिरोध के बीच मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर भारत की यात्रा पर आए हुए हैं।

उन्होंने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी नई दिल्ली में मुलाकात की। मूसा ने कहा कि वह उन भारतीयों का स्वागत करना चाहेंगे, जो मालदीव की यात्रा करना चाहते हैं।

उल्लेखनीय है कि दोनों देशों के बीच संबंध खराब होने के बाद मालदीव पहुंचने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में जबरदस्त गिरावट आई है।

भारतीय पर्यटकों की संख्या में गिरावट पर मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, ”मुझे लगता है कि पर्यटन मंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वह स्वागत करना चाहेंगे और मैं चाहता हूं कि मैं उन सभी भारतीयों का स्वागत करूं जो मालदीव की यात्रा करना चाहते हैं।”

उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है कि लंबी अवधि में हम आगे बढ़ेंगे क्योंकि अगर आप पिछले आठ महीनों में देखें तो मालदीव और भारत दोनों ही देश चुनावी चक्र से गुजर रहे हैं,  इसलिए मुझे लगता है कि हम बहुत जल्द उस चरण से आगे बढ़ जाएंगे और हम चाहेंगे सभी भारतीय पर्यटकों का आना जारी रहे। 

मालदीव के विदेश मंत्री ने आगे कहा कि अगर आप दस साल पहले देखेंगे तो पता चलेगा कि एक बहुत ही महत्वपूर्ण बाजार बन रहा है और फिर कोरोनाकाल के दौरान बड़ी संख्या में भारतीय पर्यटकों ने मालदीव की यात्रा की और फिर यही ट्रेंड जारी रहा।

पिछले कुछ महीनों में हमने लगभग 16-17 फीसदी की बढ़ोतरी की है। हालांकि, भारतीयों की संख्या में कमी आई है, लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले समय में इसमें भी बढ़ोतरी होगी।

बता दें कि राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के करीब छह महीने पहले पदभार संभालने पर दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव आने के बाद से मालदीव से यह पहली उच्च-स्तरीय यात्रा है।

पदभार संभालने के बाद से विदेश मंत्री जमीर की यह पहली आधिकारिक यात्रा है। मुइज्जू द्वारा मालदीव में तीन विमानन प्लेटफॉर्म का संचालन करने वाले लगभग 90 भारतीय सैन्यकर्मियों की वापसी पर जोर देने के बाद द्विपक्षीय संबंधों में तनाव में आ गए।

भारत ने अपने ज्यादातर सैन्यकर्मियों को वापस बुला लिया है।

राष्ट्रपति मुइज्जू ने अपने देश से सभी भारतीय सैनिकों की वापसी के लिए 10 मई की समय सीमा निर्धारित की है। नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा था, ”मालदीव हिंद महासागर क्षेत्र में भारत का प्रमुख समुद्री पड़ोसी है और विदेश मंत्री जमीर की यात्रा से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग को और गति मिलने की उम्मीद है।” 

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