बृजमोहन अग्रवाल ने विधायक पद से दिया इस्तीफा, 8 बार MLA बनने के बाद पहली बार बने हैं सांसद

रायपुर
 बीजेपी के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने लोकसभा सदस्य चुने जाने के बाद सोमवार को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। अग्रवाल ने पार्टी नेताओं की मौजूदगी में विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह के आवास पर अपना इस्तीफा सौंपा। सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि रायपुर लोकसभा सीट से ऐतिहासिक अंतर से निर्वाचित अग्रवाल ने राज्य विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है, जिसे स्वीकार कर लिया गया है।

अग्रवाल ने इस्तीफे दिए जाने को अपने लिए एक भावनात्मक क्षण बताया और कहा कि उन्होंने 35 वर्षों तक विधायक के रूप में लगातार काम किया है। अग्रवाल ने संवाददाताओं से कहा कि वास्तव में, यह मेरे लिए बहुत ही भावनात्मक क्षण है क्योंकि मैं अविभाजित मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा का 35 वर्षों तक लगातार सदस्य रहा हूं। आज मैंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है और संसद में प्रवेश कर गया हूं। मैं छत्तीसगढ़ के विकास से जुड़े मुद्दों को (संसद में) उठाऊंगा।
1990 से लगातार जीत रहे हैं चुनाव

अग्रवाल (64) ने कहा कि सभी के समर्थन और आशीर्वाद से नयी पारी शुरू करने जा रहा हूं। मेरी इच्छा है कि मैं लोगों की भावनाओं के अनुरूप काम करता रहूं। मुझे किसी बात का कोई अफसोस नहीं है। अग्रवाल ने रायपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय को 5,75,285 मतों से हराया। आठ बार विधायक रहे अग्रवाल ने पिछले साल विधानसभा चुनाव में रायपुर शहर दक्षिण विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मदवार के खिलाफ सबसे अधिक 67,719 मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी। अग्रवाल 1990 से लगातार चुनाव जीत रहे हैं।

जमीनी नेता हैं बृजमोहन

उन्हें राज्य में भाजपा के प्रभावशाली नेताओं में से एक माना जाता है। अग्रवाल क्षेत्र की जनता से सीधा संपर्क रखते है। राज्य में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि अग्रवाल ने अपने निर्वाचन क्षेत्र का बहुत अच्छे से ख्याल रखा है। वे अपने मतदाताओं के साथ लगातार संपर्क में रहते हैं और संकट के समय में मदद करने को तैयार रहते हैं।

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