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खराब ग्रहों के कारण नहीं मिलता दांपत्य सुख 

खराब ग्रहों के कारण नहीं मिलता दांपत्य सुख 

सनातन धर्म में विवाह एक अति महत्वपूर्ण संस्कार है। वही सुखद और प्रेमपूर्ण दांपत्य का आधार है लेकिन प्रारब्ध कर्मानुसार व्यक्ति की जन्मपत्रिका में कुछ ऐसी ग्रह स्थितियां निर्मित हो जाती हैं जिसके फलस्वरूप उसे दांपत्य सुख नहीं मिलता है। कलहपूर्ण दांपत्य अंत्यत कष्टप्रद और नारकीय जीवन के समान होता है। वैसे भी हर पुरुष सुंदर पत्नी और स्त्री धनवान …

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पंच प्रयाग को इसलिए माना जाता है पवित्र 

पंच प्रयाग को इसलिए माना जाता है पवित्र 

नदियों का संगम सनातन धर्म में बहुत ही पवित्र माना जाता है। जिन जगहों पर इनका संगम होता है उन्हें प्रयाग कहा जाता है और इन्हें प्रमुख तीर्थ मानकर पूजा जाता है।  अलकनंदा-भागीरथी नदियों के संगम पर ‘देवप्रयाग’ अलकनंदा और भागीरथी नदियों के संगम पर देवप्रयाग स्थित है। इसी संगम स्थल के बाद इस नदी को गंगा के नाम से …

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क्रॉस का निशान और उसका प्रभाव 

क्रॉस का निशान और उसका प्रभाव 

हमारे हाथ में क्रॉस का निशान कई बार देखा जाता है, लेकिन हमें मालूम नहीं होता कि इसका मतलब क्‍या रहता है। क्रॉस का निशान हमारे हाथ में किसी भी पर्वत या किसी भी रेखा पर हो सकता है। क्रॉस का जीवन में बेहद प्रभाव पड़ता है।  यदि किसी जातक के गुरु पर्वत पर क्रॉस का निशान हो तो उसे …

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